इस बार हाथी पर सवार होकर आ रही हैं माँ आदि शक्ति ।
जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त एवं कैसे प्राप्त होगी उनकी कृपा ?
ज्योतिष के अनुसार शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि को यानी पहले दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर को
प्रातः 6:30 बजे से 8:47 मिनट एवं 11:44 मिनट से दोपहर 12:30 तक है. ऐसे में कलश स्थापना के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त यही रहेंगे-
घटस्थापना तिथि: रविवार 15 अक्टूबर 2023
घटस्थापना मुहूर्त: प्रातः 06:30 मिनट से प्रातः 08:47 मिनट तक
अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:44 मिनट से दोपहर 12:30 मिनट तक (अभिजित मुहूर्त में देवी की स्थापना सबसे शुभ मानी जाती है) !
ऐसे करें कलश स्थापना-
कलश स्थापना हमेशा पूर्व-उत्तर कोण में करना चाहिए !
इस दिन शुभ मुहूर्त में सर्वप्रथम पूज्य भगवान गणेश का ध्यान करना चाहिए।
इसके बाद देवी दुर्गा का स्मरण करना चाहिए!
तत्पश्चात मिट्टी से जमीन पर गोल आकृति या स्वस्तिक बनाकर और उसपर जौ छिड़कर कलश रखना चाहिए!
मिट्टी के कलश पर स्वास्तिक के निशान बनाकर उसमे कलावा जरूर बांधना चाहिए!
उसके बाद सात तरह के अनाज, धातु या जल से कलश को भरकर उसमे गंगा जल डालकर उसे स्थापित करना चाहिए!
इसके बाद नारियल पर कलावा के जरिए सिक्का बांधकर उसे कलश पर रखकर लाल चुनरी पहनानी चाहिए. इस नारियल यानी श्रीफल को ही देवी का स्वरूप माना जाता है!
कलश स्थापना के पश्चात इस मंत्र का कम से कम 1 माला जप करें –
मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै नमः !!
!! एस्ट्रोज्योति वैदिक संस्थान !!